आज हम meghalaya ki rajdhani kya hai के इस आर्टिकल में मेघालय की राजधानी क्या है? जानने के साथ साथ मेघालय की राजधानी से जुड़ी पूरी जानकारी जैसे मेघालय की भौगोलिक जानकारी, ऐतिहासिक जानकारी, प्रमुख पर्यटन स्थल आदि के बारे में विस्तार में जानने वाले है। तो चलिए meghalaya ki rajdhani से जुड़ा कोई भी जानकारी जानने से पहले हमलोग यह जान लेते है की मेघालय की राजधानी कहां है? यानि capital of meghalaya in hindi क्या है?
21 जनवरी 1972 को भारत के असम राज्य के खासी, गारो एवं जैन्तिया पर्वतीय जिलों को काटकर नया राज्य मेघालय का जन्म हुआ था। मेघालय राज्य का नाम संस्कृत भाषा के “मेघ” और “आलय” शब्दों से लिया गया है, जिसका अर्थ होता है “बादलों का घर”। मेघालय भारत के उत्तर पूर्वी क्षेत्र में स्थित एक राज्य है जो बांग्लादेश के समीप से सटा हुआ है। मेघालय अपनी अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य, खूबसूरत नदियों, सुंदर पर्वत मालाओं, पहाड़ों, उच्च पठारों, लुभावने झरनों, झीलों और घास के आकर्षित मैदानों के लिए जाना जाता है। मेघालय में स्थित चेरापुंजी, पूर्वोत्तर भारत का सर्वाधिक प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षण केंद्र है जहाँ पुरे विश्व में एक कैलेण्डर वर्ष में सर्वाधिक वर्षा होती है।
मेघालय की राजधानी क्या है (Meghalaya Ki Rajdhani Kya Hai)
मेघालय की राजधानी “शिलांग” है।
राज्य का नाम | मेघालय |
मेघालय की राजधानी | शिलांग |
मेघालय के मुख्यमंत्री का नाम | कॉनराड कोंगकल संगमा |
मेघालय के राज्यपाल का नाम | फागू चौहान |
मेघालय की राजधानी शिलांग के बारे में जानकारी
शिलांग भारत के मेघालय राज्य की राजधानी है और यह भारत के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में स्थित है। यह शहर शिलांग पहाड़ियों पर बसा हुआ है और इसलिए यह भारत का सबसे ऊँचा शहर में से एक है। शिलांग अपनी शानदार सुंदरता और मधुर जलवायु के लिए जाना जाता है। ब्रिटिश शासन के समय शिलांग प्रशासनिक विभाग का एक महत्वपूर्ण ठिकाना था। शिलांग की खूबसूरत पहाड़ियां ब्रिटिश लोगों को स्कॉटलैण्ड की याद दिलाती थीं। इसी कारण वे इसे ‘स्कॉटलैण्ड ऑफ़ द ईस्ट’ कहा करते थे। शिलांग में अनेक प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल है जैसे डॉन बोस्को केंद्र, वार दीवार, शिलांग पीक, वैद्यनाथ शिव मंदिर, शिलांग गोल्फ कोर्स आदि। यहां आप ट्रेकिंग, हाइकिंग, जंगल सफारी और अन्य साइकलिंग गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं। भारत के अन्य राज्य की राजधानी क्या है के बारे में यहाँ से पढ़े।
मेघालय की भौगोलिक जानकारी
मेघालय भारत के उत्तर पूर्वी क्षेत्र में स्थित एक राज्य है जो बांग्लादेश की सीमा से घिरा हुआ है। यह भारत का एक बहुत ही सुंदर राज्य है। मेघालय का कुल क्षेत्रफल 22,429 वर्ग किमी है जो खूबसूरत नदियों, सुंदर पर्वत मालाओं, पहाड़ों, उच्च पठारों, लुभावने झरनों, झीलों और घास के मैदानों से भरा हुआ है। मेघालय की पहाड़ों की ऊँचाई लगभग 1,500 मीटर से 2,500 मीटर तक होती है। और गनोल, दारिंग, बाड्रा, सांडा, दरेंग, सिमसांग, निताई और भूपाई मेघालय की प्रमुख नदियाँ है। मेघालय की कुल जनसंख्या लगभग 40 लाख के आसपास है। गारो, खासी और जयंतिया यहाँ की प्रमुख जनजातियाँ है।
मेघालय का इतिहास
मेघालय का इतिहास बहुत पुराना है इस क्षेत्र में लोग नवपाषाण युग से निवास करते आ रहे हैं। भारत में ब्रिटिशों के आगमन के पूर्व यह क्षेत्र गारो, खासी एवं जयंतिया जनजातियों के लोगो के नियंत्रण में था। 19वीं शताब्दी में यह क्षेत्र ब्रिटिश राज के अधीन हो गया था। 1935 में ब्रिटिश सरकार ने तत्कालीन मेघालय को असम के अधीन कर दिया था। तथा भारत के स्वतंत्रता के बाद भी यह असम के अधीन ही रहा।
1960 के आसपास एक पृथक पर्वतीय राज्य मेघालय की मांग उठने लगी। इस माँग को देखते हुए सरकार के द्वारा 1969 में असम पुनर्गठन अधिनियम का निर्माण किया गया। तथा 1970 में मेघालय को ‘असम पुनर्गठन अधिनियम’ के तहत एक स्वायत्तशासी राज्य का दर्जा दिया गया था। इसके बाद 1971 में संसद ने पूर्वोत्तर पुनर्गठन अधिनियम पास किया गया इस अधिनियम के अन्तर्गत्त 21 जनवरी 1972 को असम के खासी, गारो एवं जैन्तिया पर्वतीय जिलों को काटकर नया राज्य मेघालय का उदय हुआ।
मेघालय के प्रमुख पर्यटन स्थल
- मौसिनराम, मेघालय
- हाथी झरना, मेघालय
- मावसई गुफा, मेघालय
मेघालय में स्थित मौसिनराम के बारे में जानकारी

मौसिनराम भारत के मेघालय राज्य में स्थित है जो मेघालय की राजधानी शिलांग से लगभग 60.9 किमी दूर स्थित एक बस्ती है। मौसिनराम गांव का नाम एक प्रसिद्ध राजा मौसिना के नाम पर रखा गया है जो इस स्थान पर शासन करते थे। यह गांव अत्यंत सुंदर है और इसके आसपास के प्राकृतिक सुंदरता का नजारा बेहद मनोहर है। मौसिनराम भारत का सर्वाधिक वर्षा वाला क्षेत्र है और साथ ही यह विश्व का सर्वाधिक वर्षा वाला क्षेत्र भी है यहाँ एक साल में लगभग 1,872 मिलिमीटर वर्षा होती है। मौसिनराम मेघालय के सबसे प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है जहां हर साल देश विदेश से लाखो प्रयटक इसकी प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने आया करते है।
मेघालय में स्थित हाथी झरना के बारे में जानकारी

हाथी झरना मेघालय राज्य के शिलांग शहर से लगभग 12 किलोमीटर की दुरी पर स्थित एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। मेघालय में स्थित हाथी झरने को एलीफेंटा फॉल और सेवन सिस्टर फॉल के नाम से भी जाना जाता है। इस झरना का नाम हाथी झरना इसके उन्नत और बड़े आकार के कारण दिया गया है। यह झरना लगभग 25 फीट ऊँचा है और यहाँ से पानी की धारा बहुत तेज नीचे आती है। इस झरने के चारों तरफ घाना जंगल है।
मेघालय में स्थित मावसई गुफा के बारे में जानकारी

मावसई गुफा भारत के मेघालय राज्य में स्थित एक प्राचीन गुफा है। यह गुफा मेघालय के साउथ गारो हिल्स जिले में स्थित है। मावसई गुफा की खोज 1912 में ब्रिटिश सरकार के द्वारा किया गया था। मावसई गुफा आमतौर पर कर्णधार नाम से भी जाना जाता है। यह एक प्राचीन गुफा है जिसमे आठ गुफाएं है जो एक-दूसरे से जुड़ी हुई हैं। मावसई गुफा में खड़ा पत्थर, जस्ता और पासीना जैसी पत्थर है इसके अलावा इस गुफा में चिकन मिट्टी भी है जो इसे और भी आकर्षक बनाती है। आजकल मावसई गुफा एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है जो अनेक ट्रेकिंग और राफ्टिंग संबंधित गतिविधियों के लिए जाना जाता है।
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मेघालय की राजधानी कहां है?
मेघालय की राजधानी शिलांग है।
मेघालय राज्य की स्थापना कब हुई थी?
मेघालय राज्य की स्थापना 21 जनवरी 1972 को हुई थी।
मेघालय राज्य का गठन किस राज्य से अलग होकर हुआ है?
मेघालय राज्य का गठन असम राज्य के खासी, गारो एवं जैन्तिया पर्वतीय जिलों को काटकर हुआ है।
निष्कर्ष
मेघालय की राजधानी क्या है? के इस आर्टिकल में आज हमने जाना की मेघालय की राजधानी शिलांग है। आशा करता हूँ की आपको यह आर्टिकल काफी अच्छा और जानकारीपूर्ण लगा होगा। आप इस आर्टिकल से जुड़े अपने विचार कमेंट के द्वारा हमसे साझा कर सकते है। साथ ही इस आर्टिकल को अपने यार दोस्तों के साथ शेयर जरुर करे।
मेघालय की राजधानी क्या है (Meghalaya Ki Rajdhani Kya Hai) के इस आर्टिकल को अपना प्यार और सपोर्ट देने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद।