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Information about pigeon in hindi : कबूतर एक बहुत ही अद्भुत और बहुत ही शांत स्वभाव के पक्षी होते हैं। कबूतर एक घरेलु पक्षी है जो हमारे घरे में रहते है। कबूतर को एक शुभ पक्षी माना जाता है। घर में कबूतर का रहने का मतलब घर में लक्ष्मी माँ का वास माना जाता है। पुराने ज़माने से ही कबूतर और इंसानों के बीच संबंध काफी अच्छे है। कबूतर का याददाश्त बहुत ही तेज होता है वह एक बार जिस जगह को देख लेते है वह कभी भी नहीं भूलता, जिस कारण से पुराने ज़माने में कबूतर का इस्तेमाल चिठ्ठी को एक जगह से दुसरे जगह भेजने के लिए भी किया जाता था। ऐसे बहुत सारे पुराने फिल्म है जिसमे आपको कबूतर के द्वारा चिठ्ठी भेजने का दृश्य देखने को मिलेगा। कबूतर लगभग 6000 फीट की ऊंचाई तक उड़ सकता हैं।
कबूतर में ऐसे अनेको खूबी है जो आपको शायद पता भी नहीं है। Information about pigeon in hindi के इस आर्टिकल में हमलोग Pigeon यानी कबूतर के बारे में ऐसे ही अनेको रोचक तथ्यों की जानकारी के बारे में जानेंगे।
कबूतर के बारे में जानकारी (Pigeon information in hindi)
हिंदी नाम | कबूतर |
कबूतर का अंग्रेजी नाम | Pigeon |
कबूतर का संस्कृत नाम | कपोतः |
कबूतर का वैज्ञानिक नाम | कोलंबिया लिविया डोमेस्टिका (Columba livia domestica) |
कबूतर के बारे में 20 रोचक तथ्य (Information about pigeon in hindi points)
- कबूतर एक शांतिप्रिय पक्षी है। इसलिए यह इंसानों के साथ रहना पसंद करते हैं। कबूतर देखने में भी बेहद आकर्षक और सुंदर होने के कारण पौराणिक समय से ही लोग कबूतर को पालते हैं।
- कबूतर की खूबसूरती के कारण इसे प्रेम का प्रतीक भी माना जाता है। इसी कारण कई कथाओं में फिल्मों में कबूतर का जिक्र किया जाता है।
- कबूतर को एक शुभ पक्षी माना जाता है। घर में कबूतर का रहने का मतलब घर में लक्ष्मी माँ का वास माना जाता है। कबूतर के तरह ही उल्लू को भी एक शुभ पक्षी माना जाता है क्योंकि ये माँ लक्ष्मी के बहक होते है। उल्लू के बारे में रोचक तथ्यों की जानकारी जानने के लिए क्लिक करे।
- कबूतर बहुत ही तेजी से उड़ सकता है कबूतर उड़ान भरते हुए 1 सेकंड में 10 से भी अधिक बार अपने पंखों को हिला सकती है। कबूतर के उड़ने की रफ्तार कम से कम 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की होती है।
- कबूतर बिना रुके बहुत ही लंबे समय तक उड़ सकते हैं और कबूतर सबसे ऊंची उड़ान भरने वाले पक्षियों में से एक है यह लगभग 6000 फीट की ऊंचाई तक उड़ सकते हैं।
- कबूतर दुनिया के कुछ गिने-चुने दुर्लभ जीवो मे से एक है जो अपने आप को शीशे में देख कर भी पहचान लेते हैं। अगर आप इनके सामने आईना रख दें तो भी अपने प्रतिबिंब को देखकर धोखा नहीं खाते हैं।
- कबूतर किसी भी इंसान के चेहरे को याद रख सकते हैं एक रिसर्च में यह पाया गया कि कबूतर अपने आप को दाना खिलाने वाले व्यक्ति के चेहरे को कभी भूलते नहीं है अगर वह व्यक्ति अलग-अलग रंग के कपड़े भी पहन ले तो भी वे उन्हें झट से पहचान लेते है। इसलिए अक्सर कबूतर लोगो के हाथ में बैठकर भी दाना चुनते है।
- कबूतर का याददाश्त बहुत ही तेज होता है जिस कारन से पुराने जमाने में लोग कबूतर का इस्तेमाल पत्र भेजने के लिए किया करते थे।
- द्वितीय विश्व युद्ध में कबूतरों ने भी अपना अहम् भूमिका निभाई थी। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान कबूतरों को संदेशवाहक के रूप में इस्तेमाल किया गया था।
- कबूतर झुंड में रहना पसंद करते हैं बड़े महल, मंदिर, भवन आदि जगहों पर कबूतर निवास करते हैं।
- घरेलु कबूतर पेड़ों पर अपना घोसला बनाना बिलकुल भी पसनद नहीं करते है ये घर के छज्जे, वेंटिलेटर आदि में अपना घोसला बनाते है और उसी में अंडा देते है।
- कबूतर एक बार 2 अंडे देते है कबूतर के बच्चे 12 से 15 दिनों में अंडा से बाहर निकल जाते है और 30 से 35 दिनों में उड़ने जितना बड़ा हो जाता है और 6 महीने के अन्दर ही प्रजनन करने योग्य हो जाते है। कबूतर साल में 8 बार अंडे दे सकते हैं।
- साधारणतः घरो में पाए जाने वाले कबूतर 8 से 10 साल तक जीवित रहते है वही जंगलो में पाए जाने वाले कबूतर 25 से 30 साल तक भी जीवित रहते है।
- कबूतर एक शाकाहारी पक्षी होते है जो सरसों, गेंहू, धान आदि के दाना खाना पसंद करते है।
- भारत में कबूतर के कई प्रजातियाँ पाए जाते है वही पूरी दुनिया में कबूतर के 300 से भी अधिक प्रजातियाँ पाई जाती है।
- भारत में कई रंगों के कबूतर पाए जाते है जैसे सफ़ेद, काला, भूरा, आदि। जिसमे से सफ़ेद रंग के कबूतर को शांति और प्रेम का प्रतिक माना जाता है।
- कबूतर का आकार उनकी प्रजातियों पर निर्भर करता है। बड़े कबूतर कम से कम 19 इंच लंबे और 4 किलो तक हो सकते हैं। जबकि छोटी कबूतर 5 इंच लंबे और 50 ग्राम तक भी हो सकता है।
- सहारा रेगिस्तान, अंटार्टिका, और कुछ द्वीपों को छोड़कर कबूतर पूरी दुनिया में पाया जाता है।
- कबूतरों की सुनने की शक्ति बहुत ही अद्भुत होती है। वे तूफान, भूकंप आदि आने की आवाज को कई किलोमीटर दूर से भी आसानी से सुन सकते हैं।
- कबूतर की ह्रदय गति काफी तेज होती है कबूतर का ह्रदय 1 मिनट में 600 से भी अधिक बार धड़कता है। जैसा की आपको पता है तोता एक मात्र ऐसा पक्षी है जो हम इंसानों की भाषा बोल सकता है साथ ही तोता को मनुष्यों के द्वारा सबसे ज्यादा पाला जाता है यदि आप तोते के बारे में रोचक तथ्यों की जानकारी जानना चाहते है तो क्लिक करे।
कबूतर पर निबंध (Essay about pigeon information in hindi)
कबूतर एक बहुत ही सुंदर और शांत स्वभाव की पक्षी है। कबूतर के दो छोटे छोटे आंख, एक प्यारी सी चोंच और एक सुंदर सा पूंछ होता है। कबूतर एक माध्यम आकार की पक्षी होती है जो ना तो ज्यादा बड़े होते है और ना ही ज्यादा छोटे होते है। कबूतर सफेद, काला, स्लेटी, भूरे आदि रंगों में पाए जाते है। सफ़ेद रंग के कबूतर को शांति और प्रेम का प्रतिक माना जाता है। कबूतर झुंड में रहना पसंद करते हैं और यह पेड़ों पर अपना घोसला बनाना बिलकुल भी पसनद नहीं करते है कबूतर घर के छज्जे, वेंटिलेटर आदि में अपना घोसला बनाते है और उसी में अंडा देते है। कबूतर एक बार 2 अंडे देते है कबूतर के चूजे 12 से 15 दिनों में अंडा से बाहर निकल जाते है और 30 से 35 दिनों में उड़ने जितना बड़ा हो जाते है और लगभग 6 महीने के अन्दर ही प्रजनन के योग्य हो जाते है। कबूतर एक साल में 8 बार अंडे दे सकते हैं। कबूतर एक शाकाहारी पक्षी होते है जो गेंहू, धान, सरसों, चना आदि के दाना खाना पसंद करते है। साधारणतः हमारे घरो में पाए जाने वाले कबूतर 8 से 10 साल तक जीवित रहते है वही जंगलो में पाए जाने वाले कबूतर 25 से 30 साल तक भी जीवित रहते है। कबूतर का पूरा शरीर पंखो से ढका होता है कबूतर का पंख काफी मजबूत होता है यह बहुत ही तेजी से उड़ सकता है कबूतर की उड़ने की रफ्तार 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की होती है। कबूतर बिना रुके काफी लम्बी दुरी तक उड़ सकते हैं और कबूतर सबसे ऊंची उड़ान भरने वाले पक्षियों में से भी एक है यह लगभग 6000 फीट की ऊंचाई तक उड़ सकते हैं। भारत में कई प्रजातियाँ के कबूतर पाए जाते है वही पूरी दुनिया में 300 से भी अधिक प्रजातियो का कबूतर पाया जाता है। प्राचीन काल से ही मनुष्यों और कबूतरों के बीच अच्छा संबंध रहा है। कबूतर मनुष्यों के आसपास रहना पसंद करते है। पुराने ज़माने में कबूतर का इस्तेमाल संदेशवाहक के रूप में किया जाता था यानी किसी संदेश को एक जगह से दुसरे जगह तक पहुँचाने के लिए कबूतरों का इस्तेमाल किया जाता था। कबूतर का याददाश्त बहुत ही तेज होता है वह एक बार जिस जगह का रास्ता देख लेता है वह जगह फिर वह कभी नहीं भूलता, जिस कारन कबूतर बिना अपना रास्ता भूले संदेश को अपने मंजिल तक आसानी से पहुँचा देते थे। कबूतर का घर में रहना शुभ माना जाता है लोगो का यह मानना है की जहाँ कबूतर का वास होता है वहाँ धन की देवी माँ लक्ष्मी का भी वास होता है साथ ही कबूतर को अच्छे भाग्य का प्रतीक भी माना जाता है। जिस कारन से लोग कबुतरो को अपने घरो में रहने देते है और उनका भोजन पानी का भी काफी ख्याल रखते है और उनसे प्यार भी करते है।
कबूतर चिठ्ठी कैसे पहुंचाते थे?
पुराने समय के लोगों ने कबूतर के उड़ने के तरीके और आदतों का काफी अच्छे से अध्ययन किया। लोगों ने पाया कि कबूतर में दुसरे पक्षियों के मुकाबले दिशा का ध्यान बहुत ज्यादा अच्छे से होता है। उन्हें कितनी भी दूरी और किसी भी दिशा में छोड़ा जाए तो वह अपने घर और घोसले तक पहुंच ही जाते है। कबूतर कि यह खूबी उन्हें संदेश पहुंचाने के लिए उपयोगी बनाती है। कबूतर को पकड़ना और पालना भी काफी आसान है। पुराने समय में कबूतर सबसे तेज गति से संदेश एक जगह से दूसरी जगह तक पहुंचाते थे। कबूतर के जरिए संदेश पहुंचाने से संदेश का लीक या गुम होने की संभावना भी थोड़ी कम होती थी। इन सब खूबियों ने कबूतर को इंसान के लिए सबसे उपयोगी पक्षी बना दिया। कबूतर मनुष्य की तरह कुछ संकेत जैसे कोई प्राकृतिक लैंडमार्क की मदद से अपना रास्ता याद रखने में सक्षम होते हैं। कबूतर अपना घर बहुत अच्छे तरीके से याद रहता है। सभी कबूतर संदेश नहीं पहुंचा सकता थे कबूतर को संदेशवाहक के रूप में इस्तेमाल करने से पहले उन्हें ट्रेनिंग दिया जाता था। किसी भी संदेश को किसी कागज या कपड़ा में लिख के कबूतर के पैर में बांध दिया जाता था और वह संदेश लेकर कबूतर उड़ कर उसे उसके मंजिल तक पहुँचा देता था।
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कबूतर के बारे में 10 वाक्य (10 lines about pigeon in hindi)
- कबूतर एक बहुत ही खुबसूरत और शांत पक्षी है
- कबूतर एक बहुत ही समझदार और तेज पक्षी है।
- सफ़ेद रंग के कबूतर शांति और प्रेम का प्रतिक माना जाता है।
- पुराने ज़माने में कबूतर को संदेशवाहक के रूप में इस्तेम्नल किया जाता था।
- कबूतर मनुष्यों के घरो के आसपास रहना पसंद करते है।
- कबूतर काफी तेज उड़ती है यह 50 से 60 किलोमीटर की गति से उड़ सकती है।
- कबूतर 6000 फीट की ऊंचाई तक उड़ सकते हैं।
- कबूतर का ह्रदय 1 मिनट में 600 से भी अधिक बार धड़कता है।
- कबूतर गेहूं, धान, चना, भुट्टे इत्यादि का दाना को खाना पसंद करते हैं।
- विश्व भर में कबूतर के 300 से भी अधिक प्रजातियाँ पाई जाती है।
FAQ about pigeon in hindi (kabutar ke bare mein jankari se jude prashn uttar)
कबूतर किसका प्रतीक है?
कबूतर शांति और प्रेम का प्रतीक है।
कबूतर कितने फिट तक उड़ान भर सकता है?
कबूतर 6000 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकते है।
कबूतर का वैज्ञानिक नाम क्या है?
कबूतर का वैज्ञानिक नाम “कोलंबिया लिविया डोमेस्टिका” (Columba livia domestica) है।
कबूतर को संस्कृत में क्या कहते है?
कबूतर को संस्कृत में कपोतः कहते है।
प्रश्न- कबूतर कहा पाया जाता है?
उत्तर- यह लगभग संसार के सभी भागों में पाया जाता है।
प्रश्न- कबूतर कितनी रफ्तार से उड़ सकता है?
उत्तर- कबूतर 50-60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ते है।
प्रश्न- कबूतर का दिल 1 मिनट में कितना बार धड़कता है?
उत्तर- कबूतर का दिल 1 मिनट में लगभग 600 बार धड़कता है।
प्रश्न- कबूतर का रंग कैसा होता है?
उत्तर- कबूतर सफेद, काला, स्लेटी, भूरे आदि रंगों में पाए जाते है।
प्रश्न- कबूतर का आकार कैसा होता है?
उत्तर- कबूतर का आकार उनकी प्रजातियों पर निर्भर करता है। बड़े कबूतर कम से कम 19 इंच लंबे और 4 किलो तक हो सकते हैं जबकि छोटी कबूतर 5 इंच लंबे और 50 ग्राम तक भी हो सकता है।
प्रश्न- कबूतर अपना घोंसला कहां बनाते हैं ?
उत्तर- कबूतर अपना घोंसला ऊंची इमारतों और पुरानी हवेलियों में बनाते है।
प्रश्न- कबूतर स्वभाव के कैसे होते हैं?
उत्तर- यह काफी शांत स्वभाव का होता है और इंसानों के साथ मिलकर रहना पसंद करता है।
प्रश्न- कबूतर को क्या खाना पसंद है?
उत्तर- यह गेहूं, चावल, चना, भुट्टे का दाना इत्यादि को खाना पसंद करते हैं।
प्रश्न- कबूतर की सुनने की शक्ति कैसी होती है?
उत्तर- कबूतरों की सुनने की शक्ति अद्भुत होती है वे तूफान भूकंप आदि आने की आवाज को आसानी से सुन सकते हैं।
प्रश्न- कबूतर कितनी उम्र तक जीवित रहता है?
उत्तर- घरो में रहने वाले कबूतर 8 से 10 साल तक जीवित रहते है वही जंगली कबूतर 25 से 30 तक भी जीवित रहते है।
प्रश्न- दुनिया में कबूतर की कितनी प्रजातियां हैं ?
उत्तर- दुनिया में कबूतर के 300 से भी अधिक प्रजातियां पाई जाती है।
तो यह रहा Information about pigeon in hindi यानी कबूतर के बारे में रोचक तथ्यों की पूरी जानकारी, उम्मीद है आपको pigeon in hindi का यह आर्टिकल अच्छा लगा होगा यदि आपको pigeon information in hindi का यह जानकारी अच्छा लगा है तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करे।
“about pigeon in hindi” का इस आर्टिकल को पूरा पढ़ने और प्यार देने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद।
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