Diabetes Kya Hai?: हेल्लो दोस्तों 🙏 स्वागत है आपका इस आर्टिकल में, दोस्तों आज हम लोग इस आर्टिकल में बात करने वाले हैं “डायबिटीज क्या है?” के बारे में साथ ही इसमें हमलोग डायबिटीज के कारण, लक्षण, इलाज, बचाव, रोकथाम आदि के बारे में पूरी जानकारी हिंदी में जानने वाले है।
दोस्तों किसी भी बीमारी के इलाज, बचाव, रोकथाम आदि के लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है की उस बीमारी के बारे में हमारे पास सही सही जानकारी होना यदि हमे पता ही नहीं होगा की कौन सा बीमारी है? क्यूँ होता है? इसका इलाज क्या है? रोकथाम का सही तरीका क्या है? तो हम उस बीमारी से नहीं बच सकते।
डायबिटीज एक ऐसा बीमारी है जो आजकल हर आदमी को होना आम बात है खासकर वृद्ध लोगों में डायबिटीज सबसे ज्यादा मात्रा मे पाई जाती है। डायबिटीज से ग्रसित लोगों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। डायबिटीज एक इंसान को धीरे धीरे अंदर ही अंदर खोखला कर देती है। इस बीमारी के होने से हम कह सकते हैं कि वह मौत के धीरे-धीरे करीब जा रहे हैं।
दुनिया में हर 10 लोगो में से एक डायबिटीज के शिकार है अगर हम भारत की बात करे तो लगभग 10 करोड़ से भी अधिक लोगो को यह डायबिटीज की बीमारी है। डायबिटीज बीमारी लोगो में इतना अधिक मात्रा में होने का एक कारण यह भी है की बहुत ही कम लोगो के पास डायबिटीज बीमारी के बारे में सही सही जानकारी है। लोगो में जानकारी के अभाव के कारन ही ना तो वह डायबिटीज के लक्षण को समझ पाते है ना ही डायबिटीज के इलाज का तरीका तरीका जान पाते है और ना ही डायबिटीज के बचाव या रोकथाम पे ज्यादा ध्यान देते है। जिस कारन से डायबिटीज बीमारी दिन व दिन लोगो में बढ़ती जाती है।
इसी समस्या को कम करने के लिए आज हमलोग डायबिटीज के बारे में पूरी जानकारी जानने वाले है जैसे
- डायबिटीज क्या है?
- प्री डायबिटीज क्या है?
- डायबिटीज कैसे होता है?
- डायबिटीज के लक्षण क्या है?
- डायबिटीज कितने प्रकार के होते है?
- डायबिटीज की जाँच कैसे करे?
- डायबिटीज में क्या नहीं खाना चाहिए?
- डायबिटीज में क्या खाना चाहिए?
- डायबिटीज का उपचार क्या है?
- डायबिटीज से बचाव का उपाय क्या है? आदि
तो चलिए अब हमलोग जानते है की Diabetes kya hota hai? यानी what is diabetes in hindi
डायबिटीज क्या है?
डायबिटीज क्या होता है? की बात करे तो डायबिटीज एक मेटाबॉलिक डिसऑर्डर है जिसमे रोगी के शरीर में ग्लूकोज की मात्रा काफी अधिक बढ़ जाती है क्यूंकि रोगी के शरीर में ठीक मात्रा में इंसुलिन नामक एंजाइम नहीं बन पाता है और शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति ठीक से प्रतिक्रिया नहीं कर पाती है जिससे रक्त में ग्लूकोस यानी शुगर की लेवल बढ़ जाती है। डायबिटीज को मधुमेह या शुगर की बीमारी भी कहा जाता है।
चलिए डायबिटीज यानी मधुमेह क्या होता है? यानी diabetes meaning in hindi को आसान भासा में समझाने की कोशिश करते है।
हमारे शारीर को काम करने के लिए energy यानी ऊर्जा की जरुरत होती है और ये ऊर्जा हमे भोजन से प्राप्त होते है। हमारे भोजन से हमारे शारीर को ऊर्जा Glucose यानी शर्करा के रूप में प्राप्त होता है यानी जब भी हम कुछ खाते है हमारा digestive system यानी पाचन तंत्र इसे ग्लूकोस में बदल देता है और इसी ग्लूकोस से हमारे शारीर की कोशिकाओ को काम करने के लिए ऊर्जा देती है जिससे हमारा शारीर काम कर पाता है। ग्लूकोस एक तरह का शुगर ही होता है पर वह नहीं जो हम चाय में डालते है ग्लूकोस थोरा कम मीठा होता है जो हमारे शारीर के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है।
ग्लूकोस को हमारे शारीर के कोशिकाओ तक पहुँचाने के लिए insulin की जरुरत होती है इंसुलिन एक हॉर्मोन होता है जो हमारे शारीर के pancreas यानी अग्न्याशय नामक ग्रंथि से निकलती है। इंसुलिन हमारे शारीर के रक्त में मौजूद ग्लूकोस को नियंत्रित करती है।
यदि हमारे शारीर में इंसुलिन सही मात्रा में उत्पन ना हो और इंसुलिन हमारे शारीर के रक्त में मौजूद ग्लूकोस को हमारे शारीर के कोशिकाओ तक सही तरीके से ना पहुंचा पाए तो ग्लूकोस की मात्रा रक्त में अधिक हो जाती है जिससे हमारे शारीर में डायबिटीज नामक बीमारी उत्पन होती है।
चलिए अब हमलोग जानते है की Prediabetes kya hota hai?
प्री डायबिटीज क्या है?
जब हमारे शारीर के रक्त में ग्लूकोस की मात्रा सामान्य से अधिक हो जाता है पर ग्लूकोस की मात्रा डायबिटीज की सीमा तक नहीं पहुँचा है तो ऐसी स्थिति को प्री-डायबिटीज कहा जाता है।
यानी प्री-डायबिटीज, डायबिटीज की शुरुवाती दौर होता है प्रीडायबिटीज हमें संदेश देती है कि अब हमे तुरंत संभल जाने की जरूरत है। क्योंकि अगर अभी हम नहीं समझे तो आगे चलकर हमे डायबिटीज होने का खतरा है। इसलिए अब हमे अपने खाना के साथ-साथ अन्य क्रियाकलापों में भी बदलाव लाने की जरूरत है। लेकिन फ्री डायबिटीज डायबिटीज से अधिक खतरनाक है क्योंकि इसमें किडनी, ह्रदय, मसल्स को बहुत अधिक नुकसान पहुंचता है। अगर हम इस बीमारी से सात आठ साल ग्रसित रह जाते हैं तो इससे हमारे शारीर के अंग लगभग खराब ही हो जाते हैं। प्रीडायबिटीज का दूसरा नाम बॉर्डर लाइन डायबिटीज है। क्यों कि यह हमें बताता है कि हमारे ब्लड में शुगर की मात्रा सामान्य से थोड़ा अधिक हो गया है। प्रीडायबिटीज के कुछ लक्षण भी है जैसे कि अनुवांशिक कारण, डायबिटीज के लक्षण, अच्छी नींद ना आना, स्किन पर दाग धब्बे, हेल्थ से संबंधित समस्या आदि होना।
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चलिए अब हमलोग जानते है की Diabetes kaise hota hai?
डायबिटीज कैसे होता है?
डायबिटीज मुख्यता शारीर में इंसुलिन के कमी के कारण होते है। हमारे शारीर में इंसुलिन अग्न्याशय नामक ग्रंथि से निकलती है और इंसुलिन का काम होता है रक्त में मौजूद ग्लूकोस को शारीर के सभी कोशिकाओ तक पहुँचाना। अब जब शारीर में इंसुलिन की मात्रा कम हो जाती तो रक्त में मौजूद ग्लूकोस को शारीर के सभी कोशिकाओ तक सही मात्रा में नहीं पहुँच पता है जिस कारण से रक्त में ग्लूकोस की मात्रा अधिक हो जाती है और इसी कारण से डायबिटीज नामक बीमारी होता है।
चलिए अब जानते है की Diabetes ke karan kya hai?
डायबिटीज के कारण क्या है?
मुख्यत: डायबिटीज निम्नलिखित कारणों से होता है:-
- इंसुलिन की कमी
- ज्यादा मीठा खाना
- बढ़ती उम्र
- मोटापा
- वंशागति के कारण यानी कि परिवार में किसी का डायबिटीज होना
- हाय कोलेस्ट्रॉल लेवल
- व्यायाम ना करना
- हार्मोन में कमी या बढ़ोतरी
- हाई ब्लड प्रेशर
- गलत खान-पान लेना
- पानी की कमी
- नींद की कमी
चलिए अब जानते है की Diabetes ke lakshan kya hai? यानी diabetes symptoms in hindi
डायबिटीज के लक्षण क्या है?
अधिकतर लोगों में डायबिटीज के निम्नलिखित लक्षण पाए जाते हैं:-
- अधिक प्यास लगना
- ज्यादा थकान लगना
- बार बार पेशाब लगना
- भूख बहुत ही ज्यादा लगना
- अचानक से शरीर का वजन कम हो जाना या फिर बढ़ जाना
- अधिक थकान होना।
- चिड़चिड़ापन बढ़ना
- आंखों के आगे धुंधलापन होना
- अगर कोई घाव हो जाए तो उसे भरने में बहुत ही ज्यादा समय लगना
- दांत संबंधी इन्फेक्शन होना
- वेजाइनल इन्फेक्शन होना
- त्वचा से संबंधित इन्फेक्शन होना
- हाथ पैरो में झुनझुनाहट, सूनापन या जलन रहना
चलिए अब जानते है की Diabetes kitne prakar ke hote hai? यानी types of diabetes in hindi
डायबिटीज कितने प्रकार के होते हैं?
डायबिटीज के मुखियत: दो प्रकार के होते हैं:-
- टाइप वन डायबिटीज
- टाइप टू डायबिटीज
Type 1 diabetes kya hai
यह ऐसी डायबिटीज है जिसमें यह हमारे शरीर के आंतों को प्रभावित करती है। जिसके कारण हमारे शरीर में इंसुलिन की मात्रा की कमी हो जाती है और रक्त में ग्लूकोज की मात्रा अधिक हो जाती है। अगर आप टाइप वन डायबिटीज से ग्रसित है तो इसके लक्षण आपको छोटे से उम्र से ही पता चलने लगते हैं। यह बीमारी आपको तभी हो सकती है जब आपके परिवार में किसी को डायबिटीज पहले यानी आपके पिछले पीढ़ी से ही है। या फिर जब आप नवजात शिशु थे तब से ही गाय का दूध पिलाया जा रहा हो या आपके शरीर में विटामिन डी की कमी हो आदि कारण हो सकते हैं।
Type 2 diabetes kya hai
यह वैसी ही डायबिटीज है जो आमतौर पर अधिक लोगों को होती है। यह बीमारी अधिकतर वृद्ध लोगों को होती है लेकिन आजकल अधिक मोटापा बढ़ने के कारण यह बच्चों में भी देखा जा रहा है। टाइप टू डायबिटीज में आपका शरीर इंसुलिन नहीं बना पाता है और जब आपके पैंक्रियास को जरूरत होती है तो उस वक्त उसको इंसुलिन नहीं मिल पाता है। आपके कोशिका का ऊर्जा के लिए ग्लूकोज की जरूरत होती है लेकिन इस स्थिति में इंसुलिन के कमी के कारण ग्लूकोज कोशिकाओ तक पहुँच ही नहीं पाता है।
हालांकि डायबिटीज के और भी प्रकार पाए गए हैं जो नीचे दिए हुए हैं:-
- जेस्टेशनल डायबिटीज
- मैच्योरिटी ऑनसेट डायबिटीज ऑफ द यंग
- नियोनेटल डायबिटीज
- लेटेंट ऑटोइम्यून डायबिटीज इन एडल्ट
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चलिए अब हमलोग जानते है की Diabetes ki janch kaise kare?
डायबिटीज की जांच कैसे करें?
डायबिटीज की जांच आप ग्लूकोमीटर से घर पे ही कर सकते है ग्लूकोमीटर से आप अपने शारीर में मौजूद ग्लूकोज यानी शुगर लेवल की जाँच करके डायबिटीज की जांच कर सकते है। एक स्वस्थ व्यक्ति में 100 mg/dL से 125 mg/dL शुगर लेवल होता है यदि जाँच में शुगर लेवल 125 mg/dL से अधिक आता है तो इसका मतलब है की डायबिटीज है।
- ग्लूकोमीटर से शुगर यानी ग्लूकोज लेवल की जाँच करने के लिए सबसे पहले आप अपने हाथों को साबुन से अच्छी तरह से धो लें। और फिर अब आप अपने हाथों को पूरे अच्छा तरह से सुखा लें।
- अब दी गई सुई के माध्यम से किसी भी उंगली पे एक छोटा सा छेद कर ले और उससे एक बूंद खून निकाले।
- अब उसको उनको आप ग्लूकोमीटर मे स्थित कांच की पट्टी पर रख दें।
- अब खून का सैंपल लेने के बाद आप उस कांच के पट्टी को मीटर मे सही जगह पर रखें।
- अब आप रिजल्ट का इंतजार करे।
- कुछ देर बाद आपका ग्लूकोज लेवल आपके सामने आ जाएगा।
तो यह रही डायबिटीज जांच करने की प्रक्रिया अब आपको अपना शुगर जांच यानी डायबिटीज की जांच करने के लिए डॉक्टर के पास जाने की आवश्यकता नहीं है आप घर पर ही ग्लूकोमीटर की मदद से अपनी डायबिटीज की जांच खुद कर सकते हैं।
चलिए अब जानते है की Diabetes me kya nahi khana chahiye?
डायबिटीज में क्या नहीं खाना चाहिए?
डायबिटीज होने पे हमे खान पान पे काफी ध्यान देना पड़ता है ऐसी कोई चीज का सेवन नहीं करना चाहिए जिससे शारीर में ग्लूकोज की मात्रा में वृद्धि हो जैसे
- केक
- पेस्ट्री
- मिठाई
- पास्ता
- मीठी ब्रेड
- अधिक दिनों से पैक पदार्थ
- कोल्ड ड्रिंक
- चीनी
- आलू कम मात्रा में खाएं
- चावल के जगह में रोटी का इस्तेमाल करें
- नशीली चीजों का सेवन ना करे
- वजन बढ़ने वाले खानपान से दूर रहें।
चलिए अब जानते है की Diabetes me kya khana chahiye? यानी diabetes patient diet chart in hindi (diabetes food chart in hindi)
डायबिटीज में क्या खाना चाहिए?
- केला खाएं क्योंकि केले में अहारी रेशे की प्रचुर मात्रा होती है। इसलिए शुगर पेशेंट को अधिक केला खाना चाहिए।
- अंडे खाएं क्योंकि अंडे में प्रोटीन की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। इसलिए डायबिटीज के पेशेंट को अंडे अवश्य लेनी चाहिए।
- अंगूर खाए क्योंकि अंगूर डायबिटीज को नियंत्रित करने में सहायता करती है।
- कीवी खाएं क्योंकि कीवी में भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है जो शुगर पेशेंट के लिए बहुत ही लाभदायक है।
- अधिक से अधिक पानी पिए।
चलिए अब हमलोग जानते है की Diabetes ka upchar kya hai? यानी treatment of diabetes in hindi diabetes ka gharelu upchar hindi me
डायबिटीज का उपचार क्या है?
डायबिटीज का उपचार यानी डायबिटीज का इलाज क्या है? की बात करे तो अगर आपको टाइप वन डायबिटीज हुआ है तो इसके लिए कोई स्थिर उपचार नहीं है। इसलिए इस स्थिति में आपको पूरी जिंदगी दवा का सेवन होती है। टाइप वन में आपको इंजेक्शन के माध्यम से इंसुलिन भी दिया जाता है ताकि आपका शुगर नियंत्रित रहे। लेकिन टाइप टू डायबिटीज होने से बिना किसी दवा के आपका डायबिटीज ठीक हो सकता है। लेकिन आपको इसमें कुछ क्रियाकलापों को करने की आवश्यकता है जैसे कि आपको प्रतिदिन व्यायाम करना होगा, समय पर नाश्ते लेने होंगे, संतुलित भोजन लेना होगा, और वजन कम करने के लिए कुछ कुछ क्रियाकलापों को करते ही रहना होगा। अगर आप इन क्रियाकलापों को प्रतिदिन करते हैं तो धीरे-धीरे आपका डायबिटीज ठीक हो सकता है।
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चलिए अब हमलोग जानते है की Diabetes ka gharelu upchar hindi me
डायबिटीज के घरेलु उपचार क्या है?
डायबिटीज एक खतरनाक बीमारी है इसीलिए इसके लक्षण दिखाई देने पे डॉक्टर के पास जरुर जाए और उनसे परामर्श जरुर ले। ऐसे कुछ घरेलु उपचार भी है जिससे आप डायबिटीज को कुछ हद तक नियंत्रण कर सकते है। जैसे
तुलसी की पत्तियों का सेवन करे
प्रतिदिन सुबह उठ कर दो चार तुलसी की पत्ती चबाए या आप चाहे तो तुलसी की पत्ती का रस निकलकर भी पी सकते है तुलसी की पत्तियों में anti-oxidant पाया जाता है इसके अलावा इसमें ऐसे कई तत्व पाए जाते है जो अग्नाशयी की बीटा कोशिकाओ को इंसुलिन के प्रति सक्रीय बनाती है और ये सेल्स इंसुलिन के स्त्राव को बढ़ाती हैं इससे रक्त में शुगर लेवल कम होता है।
दालचीनी के पावडर का सेवन करे
दालचीनी को पीसकर महीन पाउडर बना ले और इसे प्रतिदिन गुनगुने पानी के साथ सेवन करे। इसकी मात्रा पे विशेष ध्यान दे अधिक सेवन ना करे, अधिक सेवन हानिकारक साबित हो सकती है। दालचीनी का सेवन करने से इंसुलिन की संवेदनशीलता बढ़ती है जिससे रक्त में शुगर लेवल कम होता है।
ग्रीन टी पिए
प्रतिदिन सुबह शाम ग्रीन टी पिए। ग्रीन टी में उच्च मात्रा में पॉलीफिनॉल पाया जाता है. जो एक सक्रिय एंटी-ऑक्सीडेंट है जो रक्त में शुगर को नियंत्रित करने में मददगार साबित होते है।
सहजन की पत्तियों का रस का सेवन करे
सहजन की पत्तियों को पीसकर इसे निचोड़ कर इसका रस निकल ले और प्रतिदिन सुबह खाली पेट इसका सेवन करे।
जामुन के बीजो का पाउडर का सेवन करे
जामुन के बीजो को निकल कर इसे अच्छी तरह से सुखा ले, सूखने के बाद इसे पीसकर पाउडर बना ले और इस पाउडर को गुनगुने पानी में मिलकर प्रतिदिन खाली पेट सेवन करे।
चलिए अब हमलोग जानते है Diabetes se bachne ke upay kya hai?
डायबिटीज से बचाव के उपाय क्या हैं?
डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है। जिसमें हो सके तो आपको पूरी जीवन परेशानियां झेलना पड़े। जो व्यक्ति डायबिटीज का शिकार हो जाता उसको हमेशा कुछ ना कुछ स्वास्थ संबंधी परेशानियों को झेलना पड़ता है। लेकिन कुछ सावधानियां ऐसी भी है जिसको आप अपना ले तो आप डायबिटीज की बीमारी से दूर रह सकते है। जैसे कि कुछ नीचे दिए हुए हैं:-
- मीठे पदार्थों से दूर रहें।
- जिस भोजन में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक है तो उसे आप ना खाएं।
- नियमित रूप से प्रतिदिन व्यायाम करे।
- प्रतिदिन सुबह शाम टहले।
- अधिक से अधिक पानी पीना चाहिए।
- मीठा शरबत आदि ना पिए।
- कोल्ड ड्रिंक पीने से बचें।
- आइसक्रीम ना खाएं।
- अपने वजन पर नियंत्रण रखे।
- नशीली पदार्थों से दूर रहें।
- जिस वस्तु में फाइबर की मात्रा अधिक हो उस पदार्थ का सेवन करें।
- प्रोटीन से भरपूर पदार्थों का सेवन अधिक से अधिक करें।
- विटामिन डी की कमी होने ना दें प्रतिदिन धूप में बैठे। क्योंकि विटामिन डी की अधिक कमी होने से आपको खतरा है।
डायबिटीज क्या होता है?
डायबिटीज एक मेटाबॉलिक डिसऑर्डर है जिसमे रोगी के शरीर में ग्लूकोज की मात्रा काफी अधिक बढ़ जाती है क्यूंकि रोगी के शरीर में ठीक मात्रा में इंसुलिन नामक एंजाइम नहीं बन पाता है और शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति ठीक से प्रतिक्रिया नहीं कर पाती है जिससे रक्त में ग्लूकोस यानी शुगर की लेवल बढ़ जाती है। डायबिटीज को मधुमेह या शुगर की बीमारी भी कहा जाता है।
डायबिटीज की जांच किसे की जाती है?
डायबिटीज की जांच ग्लूकोमीटर से की जाती है।
डायबिटीज में शुगर लेवल कितनी होती है?
एक स्वस्थ व्यक्ति में 100 mg/dL से 125 mg/dL शुगर लेवल होता है यदि जाँच में शुगर लेवल 125 mg/dL से अधिक आता है तो इसका मतलब है की डायबिटीज है।
तो दोस्तो यह रहा डायबिटीज क्या है? के बारे में जानकारी जिसमे हमलोगों ने डायबिटीज के कारण, लक्षण, जाँच, उपचार, बचाव आदि के बारे में पूरी जानकारी हिंदी में जाने। दोस्तो आशा करती हूं कि आप “diabetes kya hai” से जुड़ी दी गई जानकारी से आप संतुष्ट है और आपके मन में डायबिटीज क्या है इन हिंदी से जुड़े जितने भी सवाल थे सारे सवालों के जवाब मिल गया होगा।
इनके अलावा भी दोस्तो अगर आपके मन में डायबिटीज यानी मधुमेह से जुड़ी किसी भी प्रकार का सवाल है तो आप हमें comments करके पूछ सकते है और मै पूरा कोशिश करूंगी की आपके सारे सवालों का जवाब दे सकूं।
दोस्तों,इसी प्रकार के informative articles के लिए हमारे साथ जुड़े रहे!
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद…!!!🙏🙏🙏
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