स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी | statue of equality details in hindi | statue of equality in hindi | स्टैच्यू ऑफ रामानुजन | statue of ramanuja in hindi | statue of equality facts in hindi
Statue of Equality Details in Hindi: अभी हाल ही में हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के द्वारा Statue of Equality का inauguration यानी उद्घाटन किया गया है और इसके बाद ये लोगो के बिच में काफी चर्चा का विषय बन गया है लोगो के दिमाग में स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी को लेकर काफी सारे तरह तरह के सवाल है लोग जानना चाहते है की स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी में जो मूर्ति है वह किनका है? इसे क्यूँ बनाया गया है? इसे बनाने में कितना खर्च आया है आदि
यदि आपके दिमाग में भी स्टैच्यू ऑफ इक्वलिटी को लेकर इसी प्रकार का प्रश्न है तो इस आर्टिकल में आपको आपके सारे प्रश्नों का जवाब मिल जाएगा इस आर्टिकल में हमलोग आज स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी के बारे में पूरी जानकारी जानने वाले है।
तो चलिए सबसे पहले जानते है की statue of equality kya hai?
स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी क्या है?
स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा बैठा हुआ मूर्ति है। जिसकी कुल ऊंचाई 216 फीट है। दुनिया का सबसे ऊँचा बैठा हुआ मूर्ति थाईलैंड की ग्रेट बुद्धा की मूर्ति है जिसकी कुल ऊंचाई 302 फीट है। स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी भारत के तेलंगाना राज्य की राजधानी हैदराबाद में बनाया गया है जिसे भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के द्वारा 5 फ़रवरी 2022 को किया गया है। स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी में जो statue यानी मूर्ति है वह संत रामानुजाचार्य स्वामी जी का है जिस कारण इसे Statue of Ramanuja भी कहा जा रहा है।
संत रामानुजाचार्य कौन थे?
संत रामानुजाचार्य एक वैष्णव संप्रदाय के एक बहुत महान संत थे। उन्होंने हिंदू धर्म के प्रचार प्रसार के साथ-साथ समाज में समानता का संदेश भी फैलाया था। इन्होंने सामाजिक न्याय के पक्ष में भी अपना योगदान दिया था। इन्होंने भेदभाव को भी दूर करने का प्रयास किया था। संत रामानुजाचार्य जी को हम समाज सुधारक भी कह सकते हैं।
संत रामानुजाचार्य का जन्म सन 1017 ईसवी में भारत के तमिलनाडु राज्य के कांचीपुरम ज़िले में स्थित श्रीपेरुमबुदुर नामक एक नगर में हुई थी बचपन में संत रामानुजाचार्य का नाम लक्ष्मण हुआ करता था लेकिन समय के साथ उनका नाम बदलता चला गया। आगे चलकर संत रामानुजाचार्य एक ऐसे वैष्णव सन्त बने जिनका भक्ति परम्परा पर बहुत गहरा प्रभाव रहा। संत रामानुजाचार्य लगभग 120 जीवित रहे और 1137 ईसवी में उनका देहांत हो गया।
स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी का अर्थ
Statue of equality meaning in hindi यानी स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी का अर्थ की बात करे तो Statue का अर्थ है प्रतिमा और Equality का अर्थ समानता होता है और इसी प्रकार Statue of Equality का अर्थ है एक ऐसी प्रतिमा जो समाज में समानता का संदेश दे।
संत रामानुजाचार्य की प्रतिमा का नाम स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी क्यूँ रखा गया?
संत रामानुजाचार्य के समय में समाज में कई तरह की असमानताए थे जिसमे से एक प्रमुख असमानताए थे की धर्म का पालन समाज में सभी वर्गो के लोग नहीं कर सकते है कुछ खास वर्ग ही धर्म का पालन कर सकते है संत रामानुजाचार्य ने इस असमानता को खत्म करने पे जोर दिया और सामाजिक समानता समाज के विभिनन वर्गो के बीच में प्रतिपादन का कार्य किया गया। संत रामानुजाचार्य जी के द्वारा मंदिरों को समाज के सभी वर्गो के लिए सभी जाती के लोगो के लिए खोलने का आंदोलन चलाया गया।
संत रामानुजाचार्य जी ने समाज के असमानता को खत्म करके समानता का पाठ पढ़ाया जिस कारन से उनके प्रतिमा का नाम स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी रखा गया है जो अभी भी सभी वर्गो, सभी जाती में समानता का संदेश दे रहे है।
स्टैचू आफ इक्वलिटी नाम देने के पीछे कारण यह भी है की आने वाले पीढ़ी स्टैचू आफ इक्वलिटी के द्वारा संत रामानुजाचार्य के बारे में जान सके और रामानुजाचार्य जी की मूर्ति की मदद से हमें प्रेरणा मिल सके कि हमें अपने जीवन में उनकी तरह समानता को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। और श्री रामानुजाचार्य से प्रेरणा लेकर हमें उनके जीवन की आदतों को अपने जीवन में डालने की जरूरत है।
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स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी का महत्व
स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी का महत्व कई दृष्टीकोण से काफी महत्वपूर्ण है स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी से समाज में समानता का संदेश जाता है साथ ही इस प्रतिमा के माध्यम से हमें प्रेरणा मिलती है कि हमें समानता, एक दूसरे में भेदभाव नहीं करना चाहिए, और सामाजिक न्याय सही रूप से करना चाहिए। दार्शनिक दृष्टि से संत रामानुजाचार्य जी का महत्व इसलिए भी है क्योंकि उन्होंने भक्ति रस को दार्शनिक रूप प्रदान किया है।
स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी की विशेषता
स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी की विशेषता की बात करे तो इसके काफी सारे विशेषताएँ है जिसमे अंक 9 को काफी विशेष स्थान दिया गया है जैसे
- स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी की कुल ऊंचाई 216 फीट है इन तीनो अंको को (2+1+6) जोड़ने से 9 आते है।
- संत रामानुजाचार्य की प्रतिमा यानी कमल के ऊपर बैठे संत रामानुजाचार्य की मूर्ति की ऊंचाई 108 फीट है जिसके अंको को जोड़ने पर भी 9 आते है।
- संत रामानुजाचार्य के त्रिद्डम यानी ध्वज की लम्बाई 135 फीट है जिसके अंको को जोड़ने पर भी 9 आते है।
- स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी के पद्मापीठम यानी जिनपे संत रामानुजाचार्य की मूर्ति बिराजमान है उसकी ऊंचाई 27 फीट है जिसके अंको को जोड़ने पर भी 9 आते है।
- स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी के पद्मापीठम में 54 कमल की पंखुड़िया है जिसके अंको को जोड़ने पर भी 9 आते है।
- कमल की पंखुड़ियो के नीचे 36 हांथी है जिसके अंको को जोड़ने पर भी 9 आते है।
- संख और चक्र 18-18 है जिसके अंको को जोड़ने पर भी 9 आते है।
- स्टैचू आफ इक्वलिटी में भाद्रदेवी की प्रतिमा की ऊंचाई 54 फीट है जिसके अंको को जोड़ने पर भी 9 आते है।
- स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी के चारो ओर 108 मंदिर है जिसके अंको को जोड़ने पर भी 9 आते है।
- स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी में संत रामानुजाचार्य के पूजा के लिए एक सोने की मूर्ति बनाया गया है जिसकी ऊंचाई 54 इंच है जिसके अंको को जोड़ने पर भी 9 आते है।
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स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी से जुड़े रोचक तथ्य
- स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी संत रामानुजाचार्य स्वामी के जन्म के 1000 साल पूरा होने के उपलक्ष्य में उनके याद में बनाया गया है।
- स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी का inauguration यानी उद्घाटन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के द्वारा किया गया है। और संत रामानुजाचार्य जी के 54 इंच की सोने की मूर्ति का अनावरण राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी के द्वारा किया गया है।
- स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी परियोजना की कुल लागत लगभग ₹1,000 करोड़ है जो देश दुनिया के भक्तो के द्वारा दिए गए चंदे से बनाया गया है।
- स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी की प्रतिमा को पंचधातु से बनाया गया है जिसमें सोना, चांदी, तांबा, पीतल और जस्ता का इस्तेमाल किया गया है।
- संत रामानुजाचार्य के पूजा के लिए जो सोने की मूर्ति बनाई गई है वह 120 किलो सोने से बनाई गई है।
- संत रामानुजाचार्य जी की भव्य प्रतिमा को स्थापित श्री चिन्ना जीयर स्वामी के द्वारा किया गया है।
- श्री चिन्ना जीयार स्वामी आश्रम के 40 एकड़ के विशाल परिसर में स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी को बनाया गया है।
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तो दोस्तों यह है स्टैचू ऑफ इक्वलिटी की पूरी जानकारी जिसमें हमलोगों ने स्टैचू आफ इक्वलिटी के वह सब जानकारी के बारे में जाने जिसकी आपको तलाश थी। दोस्तो आशा करती हूं कि आप स्टैचू ऑफ इक्वलिटी से जुड़ी दी गई जानकारी से आप संतुष्ट है और आपके मन में स्टैचू आफ इक्वलिटी से जुड़े जितने भी सवाल थे सारे सवालों के जवाब मिल गया होगा।
स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी में किसकी प्रतिमा है?
स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी में संत रामानुजाचार्य जी की प्रतिमा है।
स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी कहा स्थित है?
स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी भारत के तेलंगाना राज्य की राजधानी हैदराबाद से 40 किमी दूर श्री चिन्ना जीयार स्वामी आश्रम के परिसर में स्थित है।
स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी की कुल ऊंचाई कितनी है?
स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी की कुल ऊंचाई 216 फीट है।
स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी किससे बना है?
स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी को पंचधातु से बनाया गया है जिसमें सोना, चांदी, तांबा, पीतल और जस्ता का इस्तेमाल किया गया है।
स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी का उद्घाटन कब किया गया है?
स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी का उद्घाटन 5 फ़रवरी 2022 को किया गया है।
स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी का उद्घाटन किसके द्वारा किया गया है?
स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी का उद्घाटन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा किया गया है।
स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी में सोने की मूर्ति का अनावरण किसके द्वारा किया गया है?
स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी में सोने की मूर्ति का अनावरण राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी के द्वारा किया गया है।
स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी को किसके द्वारा बनाया गया है?
स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी को श्री चिन्ना जीयार स्वामी द्वारा बनाया गया है।
इनके अलावा भी दोस्तो अगर आपके मन में statue of equality facts in Hindi से जुड़ी किसी भी प्रकार का सवाल है तो आप हमें comments करके पूछ सकते है और मै पूरा कोशिश करूंगी की आपके सारे सवालों का जवाब दे सकूं।
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