हेल्लो दोस्तों 🙏 स्वागत है आपका इस आर्टिकल में, दोस्तों आज हमलोग जानने वाले है “KYC Kya Hota Hai?” के बारे में, दोस्तों अक्सर आपने KYC के बारे में बैंक में सुने होंगे कई बार तो बैंक वाले KYC नहीं होने के कारन हमारे Bank Account को deactivate कर देते है। आज कल online field में भी जब हम money या finance से जुड़ी जब कोई app में registration करते है या कोई service लेते है तो अक्सर हमे KYC complete करने की जरुरत पड़ती है ऐसे में सभी के मन में ये सवाल काफी ज्यादा आता है की ये “केवाईसी क्या होता है?” “केवाईसी के फायदे क्या है?” “ऑनलाइन केवाईसी कैसे करे?” आदि
दोस्तों अगर आपके मन में भी KYC को लेकर इसी प्रकार के सवाल है तो यह आर्टिकल आपके लिए काफी फायदेमंद है इस आर्टिकल में हमलोग केवाईसी के बारे में पूरी जानकारी हिंदी में जानने वाले है और मुझे पूरा विस्वास है की KYC का यह आर्टिकल पढ़ने के बाद आपके मन में KYC से जुड़े जितने भी सवाल है सारे सवालो का जवाब आपको इस आर्टिकल में मिल जाएगा।
तो चलिए KYC से जुड़ी कोई भी जानकारी जानने से पहले हम लोग यह जानकारी प्राप्त कर लेते हैं कि KYC Ka Full Form Kya Hota Hai?
केवाईसी का फुल फॉर्म क्या होता है?
केवाईसी का फुल फॉर्म क्या है? की बात करे तो KYC ka full form “Know Your Customer” होता है। वही हिंदी में केवाईसी का मतलब यानी KYC full form in hindi की बात करे तो KYC meaning in hindi होता है “अपने ग्राहक को जानो”
दोस्तों आज के समय में सब कुछ ऑनलाइन हो रहा है शॉपिंग से लेकर पैसे की लेनदेन तक हर क्रियाकलाप ऑनलाइन ही होने लगा है। तथा इन सुविधाओं के लिए केवाईसी बहुत ही महत्वपूर्ण है। चाहे आपको एक बैंक अकाउंट खुलवाना है, लोन के लिए अप्लाई करना हो, मैचुअल फंड खरीदना है, ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के लिए कोई साइट का इस्तेमाल करना है, पेटीएम, फ़ोनपे फ्लिपकार्ट आदि में आपको केवाईसी करना ही होता है। आज हर क्षेत्र में केवाईसी को अनिवार्य कर दिया गया है।
केवाईसी का उपयोग बैंक अपने कस्टमर का पहचान और एड्रेस के लिए करता है सब लोग यह केवाईसी कराते हैं लेकिन कई लोगों को यह पता भी नहीं होता कि केवाईसी होता क्या है? आज के युग में सभी लोगों के पास अपना एक बैंक अकाउंट अवश्य है आपके पास भी होगा। बैंक की सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए केवाईसी बहुत ही जरूरी है। हम केवाईसी पूरा करके ही बैंक के द्वारा दी गई सभी सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं। यदि हम काफी दिनों से केवाईसी नहीं कराएँगे तो एक समय ऐसा आएगा जब बैंक वाले हमारा अकाउंट deactivate यानी निष्क्रिय कर देंगे और ऐसे स्थिति में हम अपने बैंक अकाउंट का कोई भी सुविधाओं का लाभ नहीं उठा पाएंगे पर जब हम अपना केवाईसी फिर से करा लेंगे तब हमारा बैंक अकाउंट पहले की भाती फिर से चालू हो जाएगा और हम अपने बैंक अकाउंट के सभी सुविधाओं का लाभ फिर से उठा पाएंगे।
तो चलिए अब हमलोग जानते है की KYC kya hai? यानी what is a kyc in hindi
केवाईसी क्या होता है?
केवाईसी क्या है? की आसान भासा में बात करे तो जैसे की KYC के फुल फॉर्म Know Your Customer से ही पता चल रहा है की केवाईसी का अर्थ होता है अपने कस्टमर्स यानी ग्राहक के बारे में जानना यानी जब भी कोई बैंक या कोई कंपनी हमे KYC पूरा करने के लिए कहते है तो इसका सीधा सा मतलब होता है वह हमारे बारे में जानना चाहते है की हम कौन है हम कहा रहते है आदि।
दोस्तों आपको बता दे की आजकल ज्यादातर कंपनी customers का केवाईसी, ई-केवाईसी के द्वारा ही पूरा कर लेते है अब आपके मन में यह सवाल आ रहा होगा की अब ये e-KYC kya hota hai? तो चलिए जानते है की ये ई-केवाईसी क्या है?
ई-केवाईसी क्या होता है?
आज कल जब सारा काम ऑनलाइन हो रहे है तो ये KYC का process भी तो ऑनलाइन किए जा सकते है और इसी KYC के online process को ही e-KYC कहा जाता है। e-KYC का अर्थ इलेक्ट्रॉनिक केवाईसी होता है।
यानि आप अपना KYC, e-KYC के द्वारा घर बैठे पूरा कर सकते है इसके लिए आपको कही जाने की जरुरत नहीं पड़ती है। जिस भी कंपनी की आपको केवाईसी पुरे करने है आप उसके official website पे जाकर अपना e-KYC कर सकते है। e-KYC के अंतर्गत वेरिफिकेशन के लिए ओटीपी आधारित वेरिफिकेशन किया जाता है।
केवाईसी की जरूरत कहां पड़ती है?
आज कल केवाईसी की जरुरत काफी सारे क्षेत्रो में होने लगी है जैसे
जब हम कोई बैंक में नया खाता खुलवाने जाते है तो हमे केवाईसी की जरुरत पड़ती है आपको बता दे की बैंक में सिर्फ नया खाता खुलवाने के समय ही केवाईसी पूरी कर लेने से काम नहीं चलता है इसमें आपको एक निश्चित अंतराल में 1 से 2 साल में केवाईसी फिर से करनी पड़ती है।
जब हम कोई insurance या mutual fund खरीदते है तब भी हमे केवाईसी की जरुरत पड़ती है।
Money या फाइनेंस से जुड़ी कोई app या site जैसे Paytm, PhonePe, Flipkart, Upstox आदि का इस्तेमाल करने के लिए भी पहले हमे अपना KYC complete करना पड़ता है।
इसके अलावा भी कई जगह पे हमे केवाईसी करनी पड़ती है जैसे नया सिम कार्ड लेने पे आदि
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चलिए अब हमलोग जानते है की KYC ke fayde kya hai?
केवाईसी के फायदे क्या है?
केवाईसी के फायदे की बात करे तो इससे काफी सभी क्षेत्रो में होते है पर इसका सबसे ज्यादा फायदा हमे बैंक में होता है
- केवाईसी करने से आपकी जानकारी बैंक में save रहती है जिससे बैंक वाले आपके खाते से जुड़ी जानकारी आपको काफी आसानी भेज सकते है।
- केवाईसी करने से आपकी latest जानकारी बैंक को पता चलता है जैसे समय के साथ हमारे काफी कुछ change होते है जैसे हमारे घर का पता, mobile number, email id आदि यहाँ तक की समय के साथ हमारे signature भी थोरा बहुत change हो जाता है और KYC करने से ये सारी changes के बारे बैंक को पता चल जाता है और बैंक आपके पुरानी जानकारी के जगह पे आपकी नई जानकारी update कर देते है।
- नयमित रूप से समय समय पे केवाईसी करने से हमारे खाते की security ज्यादा रहती है क्यूंकि केवाईसी update से हमारे latest जानकारी बैंक के पास होती है जिससे हमारे पुराने जानकारी के मदद से हमारे बैंक खाते के साथ कोई छेड़खानी नहीं कर सकती है।
- आजकल कौन नहीं चाहता है कि उसका अकाउंट पूरी तरह से सिक्योर रहे। आज सिक्योरिटी यानी प्राइवेसी के लिए केवाईसी बहुत ही जरूरी है। क्योंकि आज के दौर में illegal activity बहुत ही बढ़ गई है ऐसे में आपका अकाउंट कोई भी कुछ कर सकता है। केवाईसी आपको हर तरह के फ्रॉड से बचाता है इसलिए आप अपना अकाउंट का केवाईसी जरूर कराएं।
- आज कल जिधर देखो उधर चोरी चोपट, छेड़खानी, बेमानी जैसे अनेक तरह के अपराध दिनों-दिन बढ़ते ही जा रहे हैं केवाईसी के बिना निवेश भी आसान नहीं है। क्योंकि आज चोरी चपाटी बहुत ही अधिक बढ़ चुका है। आपका पैसा कोई भी कभी भी चोरी कर सकता है। इसलिए सिक्योरिटी आपके लिए बहुत ही जरूरी है। अगर आप केवाईसी करवा देते हैं तो आपका किसी भी प्रकार का चोरी का डर काफी कम रहता है।
दोस्तों अगर आपको जानना है की DigiLocker क्या है? डिजीलॉकर में अकाउंट कैसे बनाए? तो आप नीचे Digilocker Kya Hai? पे Click करके DigiLocker के बारे पूरी जानकारी हिंदी में प्राप्त कर सकते है।
तो चलिए अब हमलोग जानते है की KYC kaise kare?
केवाईसी कैसे करे?
केवाईसी कैसे करे? की बात करे तो KYC आप दो तरीके से कर सकते है एक ऑफलाइन तरीके से और एक ऑनलाइन तरीके से
तो चलिए सबसे पहले जानते है की Offline KYC kaise kare?
ऑफलाइन केवाईसी कैसे करे?
ऑफलाइन केवाईसी करने के लिए आपको जिस भी सर्विस के लिए केवाईसी करने है उसके ऑफिस में जाना होगा वहा आपको एक KYC form (SBI KYC Form) मिलेगा जिसे आपको पूरा सही सही भर के साथ में माँगा गया दस्तावेज का xerox copy लगा के उसी ऑफिस में जमा करना होगा और फिर वह ऑफिस वाले आपका KYC कर देंगे।
चलिए अब जानते है की Online KYC kaise kare? यानी Online e-KYC kaise kare?
ऑनलाइन केवाईसी कैसे करे?
ऑफलाइन केवाईसी यानी e-KYC करने के लिए आपको जिस भी सर्विस के लिए केवाईसी करने है उसके official website में जाना होगा वह आपको e-KYC का एक section मिलेगा जिसमे आपको KYC का एक form मिलेगा जिसमे माँगा गया जानकारी को आपको सही सही fill करके submit करना होगा और इस प्रकार आप बिना कोई दोड़ धुप के घर बैठे बैठे online e-KYC के द्वारा अपना KYC complete कर सकते है।
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चलिए अब हमलोग जानते है की KYC ke liye kon kon se documents chahiye?
केवाईसी के लिए कौन कौन से डाक्यूमेंट्स चाहिए?
KYC के लिए documents की बात करे तो इसमें ज्यादा कुछ डाक्यूमेंट्स नहीं माँगा जाता है इसमें आपके personal details, address details, photo, mobile number, email id आदि माँगा जाता है।
दोस्तों जैसा की केवाईसी कैसे करे? में हमलोगों ने जाना की केवाईसी करने का दो तरीका है एक ऑफलाइन बैंक में जाकर आप कर सक्ते है और वही एक है ऑनलाइन जिसे e-KYC कहते है इसमें आप घर बैठे बैठे ऑनलाइन KYC कर सकते है।
यदि आप ऑनलाइन e-KYC करते है तो इसमें आपको आपका details fill करके submit करना होता है और जैसे बहुत कम ही होता है की आपको कोई documents scan करके upload करना पड़े।
पर वही आप यदि ऑफलाइन KYC करते है तो इसमें आपको अपने original documents को xerox करा के KYC form के साथ attach करके जमा करना पड़ता है और ऐसे में आपको निन्म में से एक या documents की जरुरत पड़ती है
पहचान पत्र के लिए जरूरी डाक्यूमेंट्स
- आधार कार्ड
- वोटर आईडी कार्ड
- पैन कार्ड
- ड्राइविंग लाइसेंस
- कोई भी पहचान पत्र जिसे गवर्नमेंट की मान्यता प्राप्त हो।
- वह पहचान पत्र जिसे आपको कॉलेज में स्कूल से प्राप्त हुए हैं। वह भी केवाईसी के लिए इस्तेमाल किए जा सकते हैं।
Address proof के लिए जरूरी डाक्यूमेंट्स
- आधार कार्ड
- वोटर आईडी कार्ड
- पासपोर्ट
- इलेक्ट्रिसिटी बिल
- वाटर बिल
- टेलीफोन बिल
- बैंक का पासबुक
- कोई भी गवर्नमेंट द्वारा मान्यता प्राप्त दस्तावेज।
केवाईसी क्या है?
आसान भासा में केवाईसी क्या है? की बात करे तो जैसे की KYC के फुल फॉर्म Know Your Customer से ही पता चल रहा है की केवाईसी का अर्थ होता है अपने कस्टमर्स यानी ग्राहक के बारे में जानना यानी जब भी कोई बैंक या कोई कंपनी हमे KYC पूरा करने के लिए कहते है तो इसका सीधा सा मतलब होता है वह हमारे बारे में जानना चाहते है की हम कौन है हम कहा रहते है आदि।
केवाईसी का फुल फॉर्म क्या है?
केवाईसी का फुल फॉर्म “Know Your Customer” होता है। वही हिंदी में केवाईसी का मतलब “अपने ग्राहक को जानो” होता है।
तो दोस्तो यह रहा KYC Kya Hota Hai? और केवाईसी कैसे करे? पूरी जानकारी हिंदी में जिसमें हमलोग ने “KYC details in hindi” के बारे में वह सारी जानकारी के बारे में जाने जिसकी आपको तलाश थी। दोस्तो आशा करती हूं कि आप केवाईसी क्या होता है? से जुड़ी दी गई जानकारी से आप संतुष्ट है और आपके मन में केवाईसी डिटेल्स इन हिंदी से जुड़े जितने भी सवाल थे सारे सवालों के जवाब मिल गया होगा।
इनके अलावा भी दोस्तो अगर आपके मन में KYC kya hai in hindi से जुड़ी किसी भी प्रकार का सवाल है तो आप हमें comments करके पूछ सकते है और मै पूरा कोशिश करूंगी की आपके सारे सवालों का जवाब दे सकूं।
दोस्तों,इसी प्रकार के informative articles के लिए हमारे साथ जुड़े रहे!
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद…!!!🙏🙏🙏